व्यायाम करें: रोजाना योग और हल्का व्यायाम करें।
मलत्याग करते समय तनाव न लें : मल त्याग के दौरान जोर लगाने से गुदा और मलाशय में नसों पर दबाव पड़ सकता है। इससे बवासीर हो सकता है।
ओपन सर्जरी की तुलना में बंद सर्जरी के पश्चात दर्द और रक्तस्राव के संदर्भ में अधिक लाभ हैं। इस प्रक्रिया में प्रोलैप्स, आंतरिक या बड़े बाहरी बवासीर को हटा दिया जाता है। पुनरावृत्ति दर किसी भी अन्य दृष्टिकोण की तुलना में काफी कम है।
पाइल्स पर अधिक पढ़ने के लिए आप नीचे दिए गए लिंक पर जा सकते हैं:
पाइल्स के लिए लेजर सर्जरी के क्या फायदे हैं?
गुदा के आस-पास कठोर गांठ जैसी महसूस होती है। इसमें दर्द रहता है, तथा खून भी आ सकता है।
मल त्याग की गलत आदतें: लंबे समय तक मल रोककर रखना या मल त्याग के दौरान अधिक समय लगाना।
इल्स कोई लाइलाज बीमारी नहीं है. सही डाइट, अच्छी आदतें और ये घरेलू नुस्खे मिलकर आपको जल्दी राहत दिला सकते हैं.
बवासीर के दौरान कौन-कौन से खाद्य पदार्थ खाने piles treatment nice cks से बचना चाहिए?
नारियल की जटाओं को जलाकर राख या भस्म बना लें। इसे ताजे मट्ठे में मिलाकर सुबह खाली पेट नियमित रूप से पिएं।
बवासीर के लिए आयुर्वेद में पंचकर्म एक प्रभावी चिकित्सा पद्धति है।
पवनमुक्तासन और भुजंगासन जैसे योगासन गुदा क्षेत्र में रक्त प्रवाह को बढ़ाते हैं।
तला-भुना एवं मिर्च-मसाले युक्त भोजन का सेवन बिल्कुल न करें।
बवासीर से बचने के लिए अपनी जीवनशैली में निम्नलिखित बदलाव करें: